जो यदि, इलाज है पीना यहाँ, हो भला, गर आज पीने दो मुझे. जो यदि, इलाज है पीना यहाँ, हो भला, गर आज पीने दो मुझे.
ये शौक़ बड़ी चीज़ हैं जो जायेगी मेरे साथ कब्र तक ये शौक़ बड़ी चीज़ हैं जो जायेगी मेरे साथ कब्र तक
बहुत सी रिश्तों की सिलाई उधड़ सी है गई बहुत सी रिश्तों की सिलाई उधड़ सी है गई
और फ़िर एक दिन मुलाकत की आती जाती बारिश रात की, और फ़िर एक दिन मुलाकत की आती जाती बारिश रात की,
खुद से झूठ क्यों बोलते हो ? खुद से झूठ क्यों बोलते हो ?
ना हम किसी के थे, ना कोई हमारा था। ना हम किसी के थे, ना कोई हमारा था।